Shiv Shakti Point on Moon – क्या है शिव शक्ति पॉइंट और तिरंगा पॉइंट

इसरो के अथक प्रयत्न के बाद आखिरकार भारत का चंद्रयान मिशन सफल हो गया. कई दिनों से जिसका इंतज़ार भारत समेत पूरी दुनिया के वैज्ञानिक कर रहे थे आखिरकार वो दिन आ ही गया.

भारत के चंद्रयान नें 23 अगस्त को चन्द्रमा पर लैंड किया. अगले १४ दिनों तक बिक्रम लैंडर और रोवर प्रज्ञान चन्द्रमा पर रीसर्च का कार्य करेंगे और इसकी पूरी रिपोर्ट इसरो को भेजेगे. चुकी बिक्रम लैंडर और रोवर प्रज्ञान सूरज की रोशनी से चार्ज होते हैं इसलिए ये सिर्फ १४ दिनों तक ही काम कर पाएंगे.

पृथ्वी के समय के अनुसार चंद्रमा पर रात और दिन १४ दिनों के होते हैं. जब चन्द्रमा पर रात होती है तो यहाँ का तापमान माइनस २०० डिग्री तक नीचे चला जाता है और यहाँ बर्फ जम जाती है. इस स्थिति में किसी भी उपकरण का काम करना असंभव है. वैसे इस बात की सम्भावना व्यक्त की जा रही है की हो सकता है की १४ दिनों के बाद जब वापस चंद्रमा पर सूरज निकले तो बिक्रम लैंडर और रोवर प्रज्ञान फिर से खुद को चार्ज करके काम करने लगे.

चंद्रयान के बिक्रम लैंडर नें जहाँ चाँद की धरती पर लैंड किया उस टच पॉइंट को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नें शिव शक्ति पॉइंट नाम दिया और जहाँ चंद्रयान २ क्रैश हुआ था उस जगह का नाम तिरंगा पॉइंट रखा गया.

इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऐलान किया की अब से हर साल २३ अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस ( National Space Day ) मनाया जायेगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस बयान से इसरो के वैज्ञानिकों में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी.

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