Israel History in Hindi इजराइल देश के बारे में जानकारी

दुनिया में बहुत से देश है जिनमे से कुछ ताकतवर देशों की श्रेणी में आते है तो कुछ कमजोर देशों की। इजरायल देश एक छोटा देश होते हुए भी सबसे ताकतवर देशों में से एक है हालाकि कुछ दशकों पहले यह देश भी अन्य छोटे देशों की तरह विकसित नहीं था। आज के दौर में इजराइल के पास आधुनिक हत्यारों और आधुनिक तकनीकी शिक्षा भी मौजुद है। इस लेख में आज हम जानेंगे इजराइल का इतिहास जानेंगे।

इजराइल एक छोटा सा देश है, यह देश छेत्रफल में भारत के केरल राज्य के जितना ही है इसके बावजूद भी आज एक डेवलप देश माना जाता है। इसके पीछे कई कारण है, यह देश इकलौता ऐसा देश है जो की यहूदी धर्म को मानता है और यहां रहने वाले ज्यादातर लोग इसी धर्म के है।

इजराइल की आबादी Population of Israel

इजराइल की कुल आबादी 92 लाख के करीब है, कम आबादी वाला यह देश मध्य पूर्व का एक देश है जो की मुस्लिम देशों से घिरा हुआ है जैसे कि सीरिया, लेबनान, जॉर्डन, आदि। इजराइल की आबादी में लगभग 74 प्रतिशत यहूदी है। इजराइल की आबादी की पूरी जानकारी नीचे दी गई है।

  • यहूदियों की आबादी इजराइल में सबसे ज्यादा यानी लगभग 74 प्रतिशत है।
  • यहूदियों के बाद इजराइल में दूसरे नंबर पर मुस्लिमो की आबादी है जो की कुल आबादी का लगभग 18 प्रतिशत है।
  • इजराइल में कुल आबादी का लगभग 2 प्रतिशत हिस्सा ईसाई और दो प्रतिशत हिस्सा ड्र्यूज का है।
  • बात करे इजराइल में हिंदू आबादी की तो इस देश में लगभग 18000 हिंदू रहते है।
  • इजराइल की आबादी में लगभग 4 प्रतिशत लोग ऊपर बताए गए धर्मो में से किसी अन्य धर्म के है, ये धर्म है बहाई, सामरिया, मसीहाई यहूदी, जेनोवा के विटनेस, कराटे यहूदी, आदि।

इजराइल की सैन्य क्षमता Israel’s military capability

इजराइल एक ऐसा देश है जिसकी सैन्य क्षमता बहुत अच्छी है, यह देश अमेरिका और जर्मनी जैसे देशों के साथ मिलकर आधुनिक हथियार बनाता है। यही कारण है की इजराइल के सैनिकों को ताकतवर माना जाता है। इजराइल में पीछे कई दशकों से अलग अलग मुद्दों पर विवाद और अन्य देशों से झगड़े की स्थिति बनी रहती है, मजबूत सैन्य क्षमता और खतरनाक हथियार के साथ साथ एडवांस मिसाइल प्रोटेक्शन सिस्टम होने के कारण इजराइल आसानी से मुहतोड़ जवाब देने के काबिल है। आइए जानते है इजराइल की सैन्य क्षमता के बारे में।

इजराइल की सेना का बजट

इजराइल देश एक डेवलपिंग कंट्री है, इजराइल की सरकार सेना और सैन्य क्षमता को मजबूत बनाने के लिए एक बड़े बजट का इस्तेमाल करती है। इजराइल प्रतिवर्ष लगभग 18 से 20 बिलियन डॉलर के बजट का इस्तेमाल कर सेना को आधुनिक बनाने के साथ साथ सैनिकों को सही प्रशिक्षण देने के लिए करती है।

इजराइल में सैनिकों की संख्या

इजराइल में सैनिकों की संख्या लगभग 4.5 लाख है, जिनमे से कुछ रिजर्विस्ट सैनिक भी है। वही इस देश में एक्टिव सैनिकों की संख्या लगभग 1.8 लाख है। इजराइल में 18 साल की उम्र पार करने पर हर नागरिक को सेना में लगभग तीन साल तक काम करना होता है।

इजराइल में हथियारों की संख्या

इजराइल देश में एडवांस हथियार मोजूद है, इजराइल हथियार बनाने के साथ साथ दुनिया भर में हथियार एक्सपोर्ट भी करता है, नीचे इजराइल की सेना में मौजूद कुछ हथियारों की जानकारी दी गई है।

  • 90 से अधिक न्यूक्लियर वेपन और 200 से अधिक न्यूक्लियर वेपन बनाने की क्षमता।
  • 1600 से ज्यादा मिलिट्री टैंक
  • 7500 से ज्यादा आर्मी वेचिलेस
  • 120 से ज्यादा रॉकेट लॉन्चर मिसाइल
  • 650 से ज्यादा सेल्फ प्रोपल्ड आर्टिलरी गन
  • 300 से ज्यादा फील्ड आर्टिलरी गन
  • 600 से ज्यादा एयरक्राफ्ट (जेट और हेलीकॉप्टर)
  • आयरन डोप – मिसाइल प्रोटेक्शन सिस्टम
  • नेवी में 7 जंगी जहाज़
  • 6 सबमरीन
  • मिसाइल बोट्स

इजराइल में धर्म Religions in Israel

इजराइल देश में एक बड़े पैमाने पर यहूदी धर्म को मानने वाले लोग रहते है, यह देश एक यहूदी और लोकतांत्रिक देश है। इजराइल पहला ऐसा देश है जहा पर ज्यादातर लोग यहूदी है। यहूदी बहुसंख्यक होने के बावजूद भी बहुत से अन्य धर्म के लोग इजराइल में रहते हैं। आईए जानते हैं इजरायल देश में मौजूद अलग-अलग धर्म के बारे में।

यहूदी धर्म

इजराइल में अधिकांश लोग यहूदी धर्म को मानने वाले हैं, यहूदी धर्म 4000 साल पुराना एक धर्म है। यह धर्म सबसे प्राचीन धर्म में से एक है। यहूदी धर्म में लोग मूर्ति पूजा नहीं करते हैं। इस धर्म को मानने वाले लोगों का मानना है कि मूर्ति पूजा करना पाप होता है। यहूदी धर्म को मानने वाले बहुत से लोग है जिन्हे आप जानते होंगे। अल्बर्ट आइंस्टीन एक जाने माने वैज्ञानिक थे जिन्हें दुनिया भर में अलग-अलग आविष्कारों के लिए जाना जाता है, वह भी यहूदी धर्म को मानने वाले एक व्यक्ति थे।

इस्लाम धर्म

यहूदी धर्म के बाद इजराइल में इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों की संख्या सबसे अधिक है, इजरायल के आसपास के बहुत से देश इस्लामिक देश हैं यही कारण है कि इजराइल में भी इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों की संख्या अधिक है। इजराइल देश में अरब मुस्लिम आबादी बहुत ज्यादा है। कुछ रिपोर्टर्स की माने तो इस्लाम धर्म भी यहूदी धर्म से ही बना है।

ईसाई धर्म

ईसाई धर्म को मानने वाले लोगों की संख्या भी इजराइल में कम नहीं है, इस देश के लगभग दो प्रतिशत लोग इस धर्म को मानते हैं। माना जाता है कि ईसाई धर्म भी यहूदी धर्म से अलग होकर बना है।

इजराइल का स्थापना दिवस formation day of Israile

इजराइल देश आज से कुछ सताब्दी पहले एक देश नही था, इजराइल की स्थापना 14 मई 1948 को हुई थी और इसी दिन इजराइल का स्थापना दिवस मनाया जाता हैं। 1948 से पहले इजराइल फिलिस्तीन का ही भाग था और यह पूरा छेत्र पर ब्रिटिश मडेट का राज था। इस से पहले 19 वी शताब्दी में यह छेत्र ओट्टमन इंपायर के अधीन था।

1948 के बाद फिलिस्तीन को यूनाइटेड नेशन द्वारा दो भागो में बाटा गया, एक इजराइल और दूसरा फिलिस्तीन। इजराइल यहूदियों के लिए बना एक देश था जहा पर अलग अलग जगह से यहूदी आकार बसने लगे वही फिलिस्तीन अरब मुस्लिमो का एक देश बन गया। इजराइल की स्थापना से नाखुश होकर इजराइल के आस पास के देशों ने 15 मई 1948 को इजराइल पर हमला किया, यह युद्ध लगभग एक साल तक चला जिसके बाद इजराइल ने मुहतोड़ जवाब देते हुए अपने छेत्र का विस्तार किया।

डेविड बेन गुरियन ने इजराइल के स्थापना दिवस यानी 14 मई 1948 को तेल अविव में इजराइल की स्थापना की घोसणा की और ये इजराइल के प्रथम प्रधान मंत्री बने।

यहूदियों का इतिहास History of the Jews

आज यहूदी धर्म को मानने वाले लोग दुनिया भर में मौजूद है, इस धर्म को मानने वाले ज्यादातर लोग अपने धर्म के इतिहास के बारे में कुछ न कुछ जानकारी रखते है, अगर आप भी इस धर्म के बारे में जानना चाहते है तो यहूदियों के इतिहास की जानकारी नीचे दी गई है।

यहूदी धर्म की शुरुआत आज से लगभग 3-4 हजार साल पहले हुई थी, आज से लगभग 5 हजार साल पहले अरब और पूर्व के देशों में यहवह देवता की पूजा की जाती थी। इसके बाद लगभग 2000 ईसा पूर्व हजरत इब्राहिम का जन्म हुआ। इनका जिक्र बाइबल और कुरान दोनो ही ग्रंथो में देखने को मिलता है।

हजरत इब्राहिम को अल्लाह का नबी या पैगंबर माना जाता है, इनके दो बेटे थे जिनका नाम हजरत इसहाक और हजरत इसमाईल था।

हजरत इब्राहिम के पोते और हजरत इसहाक के पुत्र हजरत याकूब थे, इन्हे इजराइल नाम से भी जाना जाता था। इन्ही के नाम पर इजराइल देश का नाम इसराइल और इस धर्म का नाम यहूदी रखा गया है।

हजरत याकूब के बाद उनके बारह पुत्रों ने अलग अलग जनजातियों की स्थापना की, इनके बारह पुत्र बेंजामिन, योसेफ, जेबुलुन, इसास्कर, आशेर, गाद, नेफथाली, दान, यहूदा, लेवी, सिमियोन, और रेवुबेन थे। यही लोग आगे चलकर यहूदी धर्म को मानने लगे।

इसके अलावा बाइबल और अन्य धर्म ग्रंथो के अनुसार यहूदी धर्म की शुरुआत में मूसा का भी एक अहम योगदान रहा है, माना जाता है की मूसा को अल्लाह से तोराह की प्राप्ति हुई थी जो की आज के समय में भी एक धर्म ग्रंथ माना जाता है, माना यह भी जाता है की मूसा ने अलग अलग जनजाति में बटे हुए इजराइल के लोगो को एक किया था जिसके बाद यहूदी धर्म की शुरुआत हुई थी।

भारत से संबंध Relation with India

इजराइल और भारत दोनो ही ताकतवर देश है, यही कारण है की दुनिया के अलग अलग देश इन दोनो ही देशों से अच्छे संबंध बनाना चाहते है, हालाकि धार्मिक मतभेद के कारण इजराइल के कुछ पड़ोसी देशों के संबंध इस देश के साथ अच्छे नहीं है, आइए जानते है इजराइल और भारत के संबंधों के बारे में।

भारत के इजराइल से मजबूत संबंध है, अक्सर भारत के विदेश मंत्री के साथ साथ अन्य मंत्री भी इजराइल का समय समय पर दौरा करते रहते है। भारत के बहुत से मंत्री ट्विटर या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इजराइल का समर्थन करते देखे जा सकते है।

इजराइल और भारत के संबंध मजूबुत करने के साथ साथ व्यापार को बढ़ावा देने के लिए अक्सर भारत और इजराइल के बीच FTA यानी फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बातचीत होते रहती है।

फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के साथ साथ भारत और इजराइल आपस में कृषि सहयोग भी करते नजर आते है, साल 2006 में शुरू हुए The Indo-Israeli Agriculture Project के साथ साथ indo israile villages of excellence प्रोग्राम भारत और इजराइल के बीच कृषि संबंधों को मजूबूत बनाने के लिए उठाए गए कदम है।

भारत और इजराइल के बीच आर्थिक सहयोग भी मजबूत है, भारत और इजराइल आपस में व्यापार को भी बढ़ावा देते आए है, यही कारण है की दोनो देशों के बीच 4.2 बिलियन से भी ज्यादा का व्यापार किया जाता है।

इन सभी संबंधों के साथ साथ भारत और इजराइल रक्षा में भी एक दूसरे का साथ देते नजर आते है, पुराने समय में भारत और इजराइल के बीच अदरक और लोहे का व्यापार भी किया जाता था, कुछ ग्रंथो में भारत और इजराइल के सांस्कृतिक संबंध भी नजर आते है। इजराइल के एक प्रमुख बाबा फरीद ने भारत में कुछ वर्षो तक ध्यान किया था।

FAQ

इजरायल यहूदी देश कैसे बना?

इजराइल पहले फिलिस्तीन का ही भाग था, 1948 में यूनाइटेड नेशन के आदेश के बाद इजराइल की स्थापना 14 मई 1948 को की गई और इजराइल को एक स्वतंत्र देश का दर्जा दे दिया गया। यहूदियों की ज्यादा संख्या होने के कारण इजराइल देश को एक यहूदी देश कहा जाने लगा। यही कारण है की यूरोप और अन्य छेत्रो में बसे यहूदी इजराइल में आकर बसने लगे।

इजराइल पहले कौन सा देश था?

इजराइल पहले फिलिस्तीन देश के नाम से जाना जाता था, यह देश पहले फिलिस्तीन का ही भाग था। इजराइल में पहले अरब मुस्लिम, ईसाई, रोमन और अन्य धर्मों के लोग रहा करते थे लेकिन बाद में यह एक यहूदी देश बन गया।

इजरायल कितने देशों से घिरा हुआ है?

इजराइल एक ऐसा देश है जो को चार अन्य देशों से घिरा हुआ है, ये देश इजिप्ट, सीरिया, लेबनान और जॉर्डन है। इन सभी देशों के साथ साथ इजराइल भूमध्य सागर से भी घिरा हुआ है।

इजराइल का दुश्मन कौन है?

इजराइल देश एक ऐसा देश है जो को अपने दुश्मन देशों से घिरा हुआ है, इजराइल में अधिकांस लोग यहूदी है। इजिप्ट, सीरिया, लेबनान और जॉर्डन को इजराइल का दुश्मन माना जाता है। इजराइल में स्थित टेंपल माउंट इन सभी देशों में विवाद का कारण माना जाता है।

यहूदियों का धर्म ग्रंथ कौन सा है?

तोराह को यहूदियों का धर्म ग्रंथ माना जाता है, माना जाता है की मूसा को भगवान द्वारा तोराह की जानकारी दी गई थी। यह ग्रंथ पांच अन्य ग्रंथो से मिलकर बना हुआ है।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने जाना की इजराइल का इतिहास क्या है, आबादी, सैन्य क्षमता, धर्म, स्थापना दिवस, यहूदियों का इतिहास, भारत से संबंध, आदि। यह लेख आप तक आसान भाषा में जानकारी पहुंचने के लिए बनाया गया है। अगर आप किसी भी विषय से जुड़ी जानकारी देना चाहते है जानकारी पाना चाहते है तो आप कमेंट का इस्तेमाल कर सकते है।

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