क्या आप जानते हैं की गणेश चतुर्थी का त्योहार क्यों मनाया जाता है और इसके पीछे क्या वजह छिपी हुई है? इसी दिन भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र श्री गणेश जी का जन्म हुआ था। इसलिए हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन धूमधाम से गणेश चतुर्थी का त्यौहार मनाया जाता है।
गणेश जी कौन हैं? Who is Lord Ganesha?
गणेश जी, हिन्दू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं। गणेश जी को ज्ञान के देवता कहा जाता है। गणेश जी को “गणपति,” “विघ्नेश्वर,” “विनायक,” आदि विभिन्न नामों से पुकारा जाता है।
गणेश जी की सवारी मुशक (चूहा) होता है। गणेश जी को विध्नहर्ता माना जाता है, और लोग उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उनकी पूजा अर्चना करते हैं। गणेश जी को भगवान शिव और माता पार्वती ने सर्वप्रथम पूजे जाने का वरदान दिया था।
गणेश जी को क्या पसंद है ?
गणेश जी को लड्डू और मोदक खाने में अत्यंत प्रिय हैं। इसके अलावा उन्हें पान और फूल अर्पण करने की भी परंपरा है।
गणेश चतुर्थी का महत्व
गणेश चतुर्थी, भारत में हिन्दू धर्म के एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान गणेश की पूजा और आराधना के लिए मनाया जाता है। यह त्योहार भारत के विभिन्न हिस्सों में बड़े धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है और विशेष रूप से महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, आन्ध्रप्रदेश, गोवा, और केरल में इसे बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है।
गणेश चतुर्थी का महत्व निम्नलिखित कारणों से होता है।
- भगवान गणेश की पूजा: गणेश चतुर्थी पर, भगवान गणेश की पूजा और आराधना की जाती है। गणेश भगवान हिन्दू धर्म में विद्या, बुद्धि, संज्ञान, और विजय के प्रतीक के रूप में माने जाते हैं और उन्हें समस्त कार्यों की शुरुआत में पूजा जाता है।
- सामाजिक एकता: गणेश चतुर्थी का त्योहार लोगों को एक साथ आने का मौका देता है। परिवार और दोस्त एक साथ आकर गणेश बाप्पा की पूजा करते हैं और सामाजिक एकता और भाईचारा में भाग लेते हैं।
- सांस्कृतिक धरोहर: गणेश चतुर्थी का त्योहार भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है और इसे बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इसमें गणेश परेड्स, भजन-कीर्तन, और कला की विभिन्न रूपों में प्रदर्शनीय कार्यक्रम शामिल होते हैं।
- मनोबल और आत्मविश्वास: गणेश चतुर्थी का महत्व यह भी है कि यह लोगों को आत्मविश्वास और सकारात्मक भावना देता है। भगवान गणेश को संकटमोचन भी माना जाता है, जिससे लोग अपने जीवन के चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित होते हैं।
गणेश चतुर्थी 2023 तिथि और शुभ मुहूर्त Ganesh Chaturthi 2023 Start And End Date
गणेश चतुर्थी की शुरुवात 19 सितंबर को होगी और 28 सितंबर को ये समाप्त होगी। गणेश पूजा का मुहूर्त 19 सितंबर को सुबह 11:01 बजे से शुरू होकर दोपहर 1:28 बजे तक रहेगा। इस समय गणेश जी की पूजा करने से सभी प्रकार के शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
Ganesh Chaturthi 2023 Visarjan date
इस साल २०२३ में गणेश चतुर्थी मंगलवार, 19 सितंबर, 2023 को है और गणेश जी का विसर्जन गणेश चतुर्थी के दसवें दिन गुरुवार, 28 सितंबर 2023 को किया जाएगा।
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